महादेव की जटाओं से बहता गंगा जल | The Divine Origin of River Ganga | Hare Krishna Bhakti Vibes<br /><br />जब माँ गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुईं, तो उनका प्रवाह इतना प्रचंड था कि पूरी पृथ्वी डूब सकती थी। तभी भगवान शिव ने अपनी जटाओं में गंगा को समेट लिया और उनके वेग को शांत किया।<br />इसीलिए गंगा को “भागीरथी” कहा गया — क्योंकि राजा भागीरथ की तपस्या से गंगा अवतरित हुईं।<br />गंगा जल आज भी कभी सड़ता नहीं, क्योंकि उसमें दिव्यता और शुद्धता का अनंत प्रवाह है।<br />वैज्ञानिक भी मानते हैं कि गंगा जल में प्राकृतिक शुद्धिकरण की अद्भुत क्षमता है।<br />गंगा में स्नान केवल शरीर को नहीं, बल्कि आत्मा को भी शुद्ध करता है — क्योंकि गंगा, महादेव की करुणा और माँ की ममता का संगम हैं।<br />🌊 हर बार जब आप “हर हर गंगे” कहते हैं, तो आपकी आत्मा पुनः ऊर्जा से भर उठती है।<br />🙏 वीडियो अच्छा लगे तो Hare Krishna Bhakti Vibes चैनल को फॉलो करें और इस दिव्य ज्ञान को आगे बढ़ाएं।<br />जय श्री कृष्णा ✨<br /><br />#Mahadev #Ganga #HareKrishnaBhaktiVibes #ShivGanga #Bhakti #SanatanDharma #DivineStory #SpiritualIndia #JaiShriKrishna #Hinduism #GangaJal #viral<br /><br />
